जय श्री कृष्णा
गुरुवार, 7 दिसंबर 2017
*जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।
*जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।**
*इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब हैं।।*
*जो इंसान “खुद” के लिये जीता है*
*उसका एक दिन “मरण” होता है।*
*पर जो इंसान”दूसरों”के लिये जीता है।*
*उसका हमेशा “स्मरण” होता है।*
जय श्री कृष्णा
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