मंगलवार, 5 दिसंबर 2017

*"चैन से जीने के लिए*

*"चैन से जीने के लिए* 
*चार रोटी और दो कपड़े काफ़ी हैं* "।
*"पर ,बेचैनी से जीने के लिए चार मोटर*, 
*दो बंगले और तीन प्लॉट भी कम हैं !!"*

"आदमी सुनता है मन भर ,,
*सुनने के बाद प्रवचन देता है टन भर*,,"
*और खुद ग्रहण नही करता कण भर ।।"*

    जय श्री कृष्णा

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जय श्री कृष्णा

जय श्री कृष्णा